शिन बेट और अम्मान के खुफिया मार्गदर्शन में वायु सेना के विमानों ने आतंकवादी संगठन हमास के नजाबा बल के एक कमांडर अली काची को मार गिराया, जिसने पिछले शनिवार को गाजा के आसपास की बस्तियों में आतंकवादी हमले का नेतृत्व किया था. 2005 में अली को इजरायलियों के अपहरण और हत्या के बाद गिरफ्तार किया गया था और गिलाद शालित सौदे के हिस्से के रूप में वापस कर दिया गया था.
गाजा की पास की बस्तियों में काची ने किया था हमला
इज़राइली वायु सेना की एक्स पोस्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, शिन बेट और अम्मान के खुफिया मार्गदर्शन में वायु सेना के विमानों ने आतंकवादी संगठन हमास के नजाबा बल के एक कमांडर अली काची को मार गिराया. अली काची ही वह आतंकी जिसने पिछले शनिवार गाजा के आसपास की बस्तियों में आतंकवादी हमले का नेतृत्व किया था . 2005 में अली को इजरायलियों के अपहरण और हत्या के बाद गिरफ्तार किया गया था और गिलाद शालित सौदे के हिस्से के रूप में वापस कर दिया गया था.
2005 में गिरफ्तार हुआ था अली काची
उधर, सटीक आईडीएफ और आईएसए खुफिया जानकारी के आधार पर, आईएएफ विमान ने हमास “नुखबा” कमांडो बल के एक कंपनी कमांडर अली काची को मार डाला, जिसने पिछले सप्ताहांत गाजा पट्टी के पास इजरायली समुदायों में आतंकवादी हमले का नेतृत्व किया था. 2005 में, अली को इजरायली नागरिकों के अपहरण और हत्या के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था और गिलाद शालित कैदी विनिमय के हिस्से के रूप में रिहा कर दिया गया था.
इज़राइल रक्षा बल (IDF) ने इस बाबत X पर जानकारी दी है कि, अली काची ने 7 अक्टूबर को इज़राइल में नागरिकों के अमानवीय, बर्बर नरसंहार का नेतृत्व किया था. IDF ने कहा कि, हमने उसे मार गिराया है. IDF ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमास के सभी आतंकवादियों का यही हश्र होगा.
हमास के हवाई समूह के प्रमुख अबू मुराद की मौत
बता दें कि, इजरायली रक्षा बलों ने शनिवार को बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्होंने गाजा पट्टी में रात भर हवाई हमले कर हमास समूह के एक वरिष्ठ सदस्य को मार डाला है. द टाइम्स ऑफ़ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल रक्षा बलों ने दावा किया है कि हवाई हमले में हमास के हवाई समूह के प्रमुख अबू मुराद की मौत हो गई है. इजरायली रक्षा बलों ने हमले में एक मुख्यालय को निशाना बनाया गया जहां से आतंकवादी समूह अपनी हवाई गतिविधि को नियंत्रित करता था.
द टाइम्स ऑफ इजरायल ने कहा कि अबू मुराद ने पिछले हफ्ते इजरायल में हमास के हमले के दौरान आतंकवादियों को निर्देशित करने में एक बड़ी भूमिका निभाई थी, जिसमें हमास के लड़ाके हैंग ग्लाइडर्स के जरिए इजरायल में प्रवेश किए थे. आईडीएफ ने कहा कि उसने शनिवार को रात भर अलग-अलग हमलों में हमास के कमांडो बलों से संबंधित दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया, जिन्होंने 7 अक्टूबर को इजरायल में घुसपैठ की थी.
‘ये इजरायल के लिए दुखद दिन, हम नहीं भूलेंगे’
उधर, इजरायल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने युद्ध के एक हफ्ते बीतने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने X पर लिखा, ये इज़राइल राज्य के लिए दुखद दिन हैं. 1300 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई, 100 से अधिक लोगों का हमास आतंकवादियों द्वारा अपहरण कर लिया गया. इन अँधेरे दिनों में कुछ रोशनी भी है. हम अपने दोस्तों को हमेशा याद रखेंगे जो हमारे साथ खड़े रहे, जिन्होंने हमारा समर्थन किया, जो हमें गले लगाने के लिए यहां इज़राइल आए. हम कभी नहीं भूलेंगे. हम उन लोगों को भी याद रखेंगे जिन्होंने इज़रायली बच्चों के नरसंहार का जश्न मनाया था.’
हम उन लोगों को याद रखेंगे जो इज़राइल को राक्षसी बनाने के लिए इंतजार नहीं कर सकते थे. जब इजरायली शिशुओं की हत्या कर उन्हें जिंदा जला दिया गया था, तब उन्होंने “आनुपातिक” के बारे में बात की थी. जिन्होंने इन हत्यारों को यह कहने से इनकार कर दिया कि वे आतंकवादी हैं. जिन्होंने कहा कि शिशुओं और बच्चों के नरसंहार का वर्णन करते समय उन्हें “संतुलित” होने की आवश्यकता है. जिन्होंने कहा कि जब हमारे पास अपनी रक्षा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था तो उन्होंने इज़राइल के प्रति अपनी सहानुभूति खो दी. हम कभी नहीं भूलेंगे. न ही माफ करें.